इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे पांच बैस्ट आयुर्वेदिक तेल जो पुरुष अंग की मालिश में सबसे अधिक लाभदायक होते हैं.
जैसा कि मैंने पिछली वीडियो में बोला था कि अभ्यंग द्रव्य यानि मालिश के तेल का चुनाव काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस रोग की चिकित्सा के लिए तेल चुन रहे हैं तो आज की वीडियो में मैंने जिन तेलों को चुना है वो खास तौर से स्तम्भन दोष यानी इरैक्टाइल डिस्फंक्शन के निवारण में पुरुष अंग की मालिश के लिए प्रयुक्त होते हैं. स्तम्भन दोष का अर्थ होता है लिंग में उचित उत्तेजना का आभाव. आइये एक-एक करके जानते हैं कि किस-किस तेल की क्या क्या खूबियां हैं और उस तेल को पुरुष अंग के अभ्यंग के लिए सर्वोत्तम तेलों में से एक क्यों माना गया है.
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Penis me tanav badhane ke kiye 5 Best Ayurvedic oil
बैद्यनाथ वीटा एक्स मसाज आयल (Baidyanath Vita X Oil)
- By Badyanath

हालाँकि तेलों को यहाँ मैंने जिस तरह से नंबर एक नंबर दो आदि के क्रम में करके लिखा है इसका अर्थ ये बिलकुल नहीं कि नंबर एक वाला नंबर दो वाले से बेहतर है. सभी पांच तेलों की मालिश स्तम्भन दोष दूर करने में लाभकारी है. लेकिन फिर भी जब पुरुष अंग की मालिश की बात आती है तो निस्संदेह बैद्यनाथ वीटा एक्स आयल किसी परिचय का मोहताज नहीं. इसमें जहां एक तरफ मल्ल तेल और श्री गोपाल जैसे शक्तिशाली और असरदार आयुर्वेदिक शास्त्रीय तेल हैं जो स्वतंत्र रूप से भी पुरुष अंग की मालिश के लिए इस्तेमाल किये जाते हैं, वहीं दूसरी तरफ मालकांगनी और चन्दन जैसे सिंगल हर्ब आयल भी इसमें डाले गए हैं. चन्दन तेल से मांसपेशियों को ताकत मिलती हैं और मल्ल तेल, श्री गोपाल तेल और मालकांगनी तेल लिंग में रक्त परिवहन सुधारकर उत्तेजना लाने में मदद करते हैं. सम्भोग से एक घंटा पहले इसकी पांच से सात बूँदें हथेली पर लेकर लिंग और उसके आसपास के हिस्सों पर अच्छे से मालिश करने से इस तेल में मौजूद वाष्पशील घटक मन को सम्भोग के लिए उत्तेजित करते हैं, और साथ ही लिंग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाकर पुरुष अंग में उत्तेजना लाने में मदद करते हैं. बैद्यनाथ वीटा एक्स आयल न सिर्फ स्तम्भन दोष दूर करने में बल्कि कामेच्छा की कमी को दूर करने और शीघ्रपतन ठीक करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है. जल्दी लाभ के लिए तेल के प्रयोग के साथ साथ बैद्यनाथ वीटा एक्स गोल्ड कैप्सूल के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है.
डाबर शिला एक्स आयल (Dabur Shila X oil)
- by Dabur

डाबर कंपनी का आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने में एक नाम है और जब विश्वसनीयता की बात आती है तो डाबर के प्रोडक्ट्स की विश्वसनीयता के बारे में बोलना ऐसा है जैसे सूरज को दिया दिखाना. डाबर का शिला एक्स आयल भी इस परंपरा का अपवाद नहीं. डाबर शिला एक्स आयल पुरुष अंग की मालिश का एक बहुत अच्छा तेल है जो लिंग के स्पंजी टिश्यू कॉर्पोरा कैवर्नोसा की रक्त वाहिकाओं को फैला देता है जिससे लिंग में उत्तेजना आ जाती है और देर तक बनी रहती है. इसमें शिलाजीत, जायफल, शतावरी, अश्वगंधा, बला और जीवंती जैसी बेटियों का प्रयोग किया गया है. इन जड़ी बूटियों की लिंग पर मालिश से न सिर्फ स्तम्भन दोष दूर होता है बल्कि शीघ्रपतन और साथी से मिलन की इच्छा की कमी जैसी समस्याएं भी दूर हो जाती हैं. इसका प्रयोग मिलन से आधा घंटा पहले इसकी दस बूंदों को लिंग और आसपास के क्षेत्र पर अच्छे से मालिश करके किया जाता है. अधिक और तुरंत लाभ के लिए डाबर शिला एक्स आयल के साथ साथ डाबर शिलाजीत गोल्ड कैप्सूल खाने की भी सलाह दी जाती है.
हार्ड शैल ई डी सपोर्ट आयल (HardShell Oil for ED Support)
- by TrustWind Pharma

आयुर्वेद के ज्ञान और आधुनिक विज्ञान के मिलन की सर्वोत्तम पराकाष्ठा आयुर्वेदिक हार्ड शैल मसाज आयल के रूप में देखने को मिलती है. Trustwind Pharma HardShell oil में पंद्रह अद्भुत जड़ी बूटियों का ऐसा आनुपातिक संयोजन रखा गया है कि इसकी मालिश से इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के लिए तीनों उत्तरदायी कारण जैसे नंबर एक लिंग के ब्लड सर्कुलेशन की समस्याएं दूर हो जाती है और लिंग में निर्बाध रक्त संचार होने लगता है, दूसरे मस्कुलर सिस्टम और नर्वस सिस्टम की कमज़ोरी दूर हो जाती है और तीसरे साइकोलॉजिकल स्ट्रेस दूर हो जाता है. इनके प्रभाव से लिंग की शिथिल मांसपेशियां मज़बूत हो जाती हैं, लिंग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है और रक्त वाहिकाएं फैल जाती है और इस प्रकार से इरैक्टाइल डिस्फंक्शन दूर हो जाता है. सफ़ेद मूसली और काली मूसली लिंग को उत्तेजनशील बनाती हैं. जायफल, जावित्री तेजपत्ता और लौंग से रक्त परिवहन बढ़ता है. अकरकरा से शीघ्रपतन दूर होता है. जैतून और तेल लिंग को मज़बूती देते हैं और पुरानी कोशिकाओं को प्रतिस्थापित करके नयी कोशिकाओं का निर्माण करते हैं. शतावरी से सम्भोग की इच्छा पैदा होती है. बादाम से साइकॉलजिकल स्ट्रैस दूर होता है. नागकेसर, प्याज़ मालकांगनी और लताकस्तूरी लिंग की रक्त वाहिकाओं को फैलाकर देर तक उत्तेजना बनाये रखने में मदद करते हैं. हार्ड शैल मसाज आयल सम्भोग से पहले तात्कालिक स्तम्भन दोष दूर करके उत्तेजना लाने में तो मदद करता ही है, साथ ही इस तेल की नियमित मालिश स्तम्भन दोष और शीघ्रपतन को जड़ से दूर कर देती है और लिंग के आकार सम्बन्धी दोषों को भी दूर करती है. इस तरह से हार्ड शैल आयल सम्भोग से पहले भी प्रयोग किया जा सकता है और नियमित तौर पर भी.
हार्ड शैल मसाज आयल के साथ हार्ड शैल कैप्सूल जिनमे टोंकट ऐली, गुआराना, जिन्कगो, दामिआना, हॉर्नी गॉट वीड और मैका रुट जैसी शक्तिशाली आयातित जड़ी बूटियां मौजूद हैं का प्रयोग स्तम्भन दोष, शीघ्रपतन और कामेच्छा की कमी को जल्दी दूर करने में सहायता करता है.
हिमालय हिमकोलिन जैल
- by Himalaya Organics

हिमकोलिन जैल लिंग का ढीलापन यानि इरैक्टाइल डिसफंक्शन यानि स्तम्भन दोष दूर करने के लिए हिमालय कंपनी का एक आयुर्वेदिक जैल है. कंपनी ने इसे तेल न बनाकर जैल की शक्ल में बनाया गया है. इस तेल को खासतौर से इरैक्टाइल डिसफंक्शन को दूर करने के लिए बनाया गया है. इसके अंदर जायफल, जावित्री, तेजपत्ता, लौंग, बादाम, कपास, निर्गुन्डी, पिस्ता, मालकांगनी और लताकस्तूरी यानि मुश्कदाना जैसी जड़ी बूटियों का प्रयोग किया गया है. सभी जड़ी बूटियां स्टिम्यूलैंट हैं और लिंग में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाती हैं और इस तरह से स्तम्भन दोष दूर करती हैं. हिमकोलिन जैल में मौजूद जड़ी बूटियों की सुगंध मस्तिष्क में कामेच्छा वाले हिस्से को उत्तेजित करके सम्भोग की इच्छा पैदा करती हैं. हिमकोलिन जैल को सम्भोग से आधा घंटा पहले लिंग पर अच्छे से मालिश किया जाता है. निर्गुन्डी का अनेस्थेटिक इफैक्ट शीघ्रपतन में लाभकारी हो सकता है. लेकिन मेरा मानना है कि हिमकोलिन जैल का शीघ्रपतन में उपयोग सीमित है.
श्री गोपाल तेल
श्री गोपाल तेल आयुर्वेदिक शास्त्रीय तेल है और इस पर किसी कंपनी का पेटेंट नहीं है और इसी कारण यह अलग अलग कंपनियों का बाजार में उपलब्ध है जैसे बैद्यनाथ श्री गोपाल तेल, डाबर श्री गोपाल आयल. श्री गोपाल तेल बैद्यनाथ के वीटा एक्स आयल में भी एक कॉम्पोनेन्ट के तौर पर मौजूद होता है और इसका ज़िक्र हमने बैद्यनाथ के वीटा एक्स आयल के वर्णन के अंतर्गत किया भी है, लेकिन श्री गोपाल तेल लिंग की मालिश के लिए इतने पुराने समय से स्तम्भन दोष आदि रोगों के निवारण के लिए प्रयोग होता आया है कि इसका अलग से उल्लेख करना ज़रूरी था. था. श्री गोपाल तेल में बहुत सारी जड़ी बूटियां मौजूद होती हैं जैसे दशमूल, जायफल, शतावरी, त्रिफला, बला आदि. कुल मिलाकर इसमें लगभग तीस जड़ी बूटियां होती है. साथ ही इसमें आर्सेनिक जैसे मिनरल भी होते हैं. श्री गोपाल तेल की लिंग पर मालिश से स्तम्भन दोष के साथ साथ शीघ्रपतन और आकार सम्बन्धी दोष जैसे टेढ़ापन आदि भी दूर हो जाते हैं. यहां पर एक बात और स्पष्ट कर दूँ कि श्री गोपाल तेल सिर्फ पुरुष अंग की मालिश के लिए ही इस्तेमाल नहीं होता है बल्कि सर में भी तंत्रिका तंत्र के दोषों को दूर करने के लिए भी इस्तेमाल होता है.
सारांश
इन सभी पांच तेलों का वर्णन करते हुए मैंने साइड इफेक्ट्स का उल्लेख नहीं किया है. इसकी वजह ये है किये सभी तेल या जैल स्थानिक यानि लोकल ऐप्लिकेशन के लिए हैं और हर्बल हैं तो इनके कोई साइड इफेक्ट्स नहीं हैं. लेकिन इतनी सावधानी रखने की ज़रूरत ज़रूर है कि जब पहली बार प्रयोग कर रहे हों तो केवल एक या दो बूँद लगाकर कुछ पलों के लिए छोड़ देना चाहिए और देखना चाहिए कि जिस भाग पर तेल लगाया गया है वहाँ पर कोई लाली या छोटे छोटे दाने या लाल चकत्ते या खुजली जैसा तो कुछ नहीं है. ऐसा न होने पर ही तेल का प्रयोग शुरू करें. अगर बताये गए लक्षण पैदा होते हैं तो तेल का इस्तेमाल न करें. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि तेल की सिर्फ निर्दिष्ट मात्रा ही लें और केवल निर्दिष्ट भाग में ही इस्तेमाल करें.