Contents
- 1 हमदर्द दवा कंपनी और दहलवी नैच्रल कंपनी की ख्याति – कौन है आगे
- 2 हमदर्द लबूब कबीर (Hamdard Labub Kabir) पूर्ण रूप से प्राचीन काल वाला लबूब कबीर नही है
- 3 हमदर्द कंपनी ने लबूब कबीर के कुछ घटक द्रव्य क्यों इस्तेमाल नही किये
- 4 दहलवी नैच्रल का लबूब कबीर (Dehlvi Labub Kabir) एक सम्पूर्ण लबूब कबीर है
- 5 लबूब कबीर के लाभों पर एक नज़र
- 6 हमदर्द लबूब कबीर लगभग एक शाकाहारी दवा है, जबकि देहलवी नेचुरल का लबूब कबीर काफी हद तक नॉन वेजिटेरियन दवा है।
लबूब कबीर एक प्राचीन यूनानीऔषधि है।और यह यूनानी चिकित्सा पद्धति के प्राचीन ग्रंथों में लिखी गई है। इसका जो बनाने का फार्मूला है, जो इसमें जड़ी बूटियां और दूसरे पदार्थ इस्तेमाल किए गए हैं, वो प्राचीन समय से ही किताबों में लिख दिए गए थे, और उसी फार्मूले का विभिन्न कंपनियां निर्माण करती है, औरयूनानी दवा के तौर पर उसको बाजार में सेल करती हैं। लेकिन यहां पर यह भी बताना महत्वपूर्ण रहेगा, कि जो पुराने औषधीय योग हैं, जो आयुर्वेदिक ग्रंथों में, यूनानी चिकित्सा पद्धति के ग्रंथों में, या विश्व की किसी भी चिकित्सा विज्ञान के ग्रंथों में जो फार्मूले लिखे गए हैं, उनको अलग-अलग कंपनियां अपने हिसाब से थोड़ा बहुत मॉडिफाई करके बनाती है, और ऐसा भी होता है, कि वह उसके संघठन में बिल्कुल भी परिवर्तन नहीं करती हैं, और पूरी तरह से शुद्ध रूप से ही उसको बाजार में बेंचती हैं।


हमदर्द दवा कंपनी और दहलवी नैच्रल कंपनी की ख्याति – कौन है आगे
हमदर्द एक जानी-मानी, और अंतरराष्ट्रीय यूनानी दवाएं बनाने वाली भारतीय कंपनी है, जिसका नाम यूनानी दवाई बनाने में सबसे ज्यादा जाना जाता है। हालांकि यह कंपनी अब आयुर्वेदिक दवाएं भी बना रही है।
दूसरी ओर देहलवी नैच्रल एक कम जानी पहचानी कंपनी है, लेकिन इसके बारे में यह कहा जाता है , कि इस कंपनी के जो उत्पाद होते हैं। वह प्रभावी होते हैं, और असरदार माने जाते हैं, ऐसा विभिन्न यूनानी डॉक्टरों द्वारा, हकीमो द्वारा, और आमजन द्वारा सुना जा रहा है, जो यूनानी दवाएं रिटेल स्टोर से खरीद कर खा लेते हैं। तो यहां पर इस लेख में जो हमारा बात करने का मुख्य मुद्दा है, वह है कि हमदर्द लबूब, कबीर और देहलवी लबूब कबीर में क्या अंतर है, और कौन सा आपके लिए अधिक फायदेमंद हो सकता है।
हमदर्द लबूब कबीर (Hamdard Labub Kabir) पूर्ण रूप से प्राचीन काल वाला लबूब कबीर नही है
हमदर्द लबूब कबीर के फायदे और अधिक जानकारी के लिए अधिक पढ़ें
हमदर्द लबूब कबीर के बारे में कहा जा सकता है, कि हमदर्द लबूब कबीर, पारंपरिक लबूब कबीर का एक भिन्न रूप है, या रूप मॉडिफाइड रूप है। हमदर्द कंपनी ने इसमें से कई पारंपरिक लबूब कबीर के घटक द्रव्य को निकाल दिया है, जैसे कि इसमें केंचुआ, या खरातीन मुसफ्फा का इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसके अलावा कई और ऐसे घटक द्रव्य निकाल दिए गए हैं, जो विभिन्न जंतुओं से प्राप्त किये जाते हैं।
हमदर्द कंपनी ने लबूब कबीर के कुछ घटक द्रव्य क्यों इस्तेमाल नही किये
शायद हमदर्द ने ऐसा इसलिए किया है, ताकि जो लोग शाकाहारी होते हैं, वह लबूब कबीर का इस्तेमाल कर सकें और यह जानकर कि इसमें कि हुए जैसे एनिमल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया गया है। इसका इस्तेमाल ना करें। ऐसा काफी हद तक संभव है।
दहलवी नैच्रल का लबूब कबीर (Dehlvi Labub Kabir) एक सम्पूर्ण लबूब कबीर है
लेकिन देहलवी नेचुरल के लबूब कबीर में वह सभी चीजें इसमें डाली गई हैं, जो हमदर्द ने नहीं डाली है। तो कुल मिलाकर दहलवी वालों का लबूब कबीर, पारंपरिक और प्राचीन लबूब कबीर का एक शुद्ध रूप है, और अगर यूनानी चिकित्सा पद्धति के पॉइंट ऑफ व्यू से बात की जाए, तो यह जिन रोगों के निवारण के लिए बनाया गया है, उनमें अधिक असरदार हो सकता है, जैसे कि शीघ्रपतन और इनफर्टिलिटी, यानी पुरुषों में शुक्राणुओं का कम बनना,
लबूब कबीर के लाभों पर एक नज़र
लबूब कबीर नर्वस सिस्टम को शक्ति देता है। पुरुषों की मांसपेशियों को शक्तिशाली बनाता है, और वीर्य को पुष्ट करता है। तो यहां पर यही कहना काफी हद तक सही रहेगा , कि अगर कोई शाकाहारी है, तो वह हमदर्द लबूब कबीर का प्रयोग कर सकता है। लेकिन यहां पर एक बात औरबात कही जा सकती है , कि भले ही हमदर्द ने अपने लबूब कबीर से अधिकतर एनिमल कंटेंट को हटा दिया हूं, लेकिन फिर भी उसमें एक एनिमल ओरिएंटेड सब्सटेंस मौजूद है, और वह है, व्हेल मछली के डाइजेस्टिव सिस्टम से प्राप्त होने वाला एक पदार्थ जिसको ऐम्बर ग्रेसिया बोला जाता है।
हमदर्द लबूब कबीर लगभग एक शाकाहारी दवा है, जबकि देहलवी नेचुरल का लबूब कबीर काफी हद तक नॉन वेजिटेरियन दवा है।
इस चीज को आप ऐसे ही समझ सकते हैं, कि अगर कोई व्यक्ति अंडा तो खा सकता है, लेकिन वह मांस नहीं खाता है, तो इस स्थिति में वह हमदर्द लबूब कबीर का इस्तेमाल कर सकता है।
लेकिन अगर कोई व्यक्ति अंडा भी नहीं खाता है तो वह हमदर्द लबूब कबीर का इस्तेमाल नहीं कर सकता है, क्योंकि उसमें कुछ एनिमल कंटेंट मौजूद है।
ठीक इसी तरह अगर कोई व्यक्ति मांस खा सकता है, तो वह देहलवी नेचुरल का लबूब कबीर प्रयोग कर सकता है। लेकिन अगर कोई व्यक्ति अंडा खा सकता है, और मांस नहीं खा सकता है तो वह देहलवी नेचूरल्स का प्रयोग भी नहीं कर सकता है।


